Saturday, April 25, 2020

What is Motivation?

The correct knowledge about a work and internal voice to do that work is real motivational source.

कभी-कभी हम कुछ करने की सोचते हैं, और कोशिस भी करते हैं, लेकिन कुछ समय के बाद उसे करने का मन नहीं करता, फिर अगर कहीं से Motivation मिल गया तो थोड़ा समय तक फिर उस काम को करते हैं लेकिन फिर कुछ समय बाद मन नहीं करता।  बाद में ऐसा महसूस होता है कि "इस काम को करने के लिए कहीं से कोई Motivation नहीं मिला"।
                                       

Motivtion is not a booster tools it's also a part of knowledge.

Motivation भी एक तरह का Knowledge ही है और जब यह हमें अपने काम से Realated मिलता है तो हम खुद को Connect करते हैं और Result कुछ और ही आता है।

 सोचिये की अगर Motivation एक Power Booster होता तो यह एक ही तरह की से सभी के लिए काम करता लेकिन ऐसा नहीं है।
एक Army man को अलग,
एक Doctor को अलग,
एक Student को अलग और
एक Businessman को अलग अलग बातें Inspire करती है।
जिसे जिस चीज की जानकारी है उसी तरह की Motivation भी काम आती है।

तो ये सच है कि कुछ भी करने के लिए सही Knowledge और अंदर की आवाज ही सब कुछ है फिर उसके बाद परिस्थिति कुछ भी काम हो ही जाता है।

Friday, April 24, 2020

गरीब Vs अमीर Mind Set

इस बात से बिल्कुल भी इंकार नहीं किया जा सकता कि हम जो कुछ भी हैं जैसे भी हैं अपनी मानसिकता के कारण ही हैं।हमारे दिमाक में जो चीज जितनी प्रबलता से पनपती है वही हमारे जीवन में होती रहती है। स्वामी विवेकनंद जी कहते हैं कि
"हम जैसा सोचते हैं एक दिन वैसे ही बन जाते हैं।"

आज हम बात कर रहे हैं गरीब और अमीर मानसिकता के बारे में।

हम सब जानते हैं कि लोग या तो गरीब होते हैं या अमीर। लेकिन मानसिकता भी गरीब और अमीर होती है ये थोड़ी सी नई और गौर करने वाली बात है। अगर हम  स्वामी विवेकानंद जी के विचारों से समझने की कोशिस करें तो ऐसा समझ आता है कि-

गरीब मानसिकता का मतलब की अगर हम छोटी छोटी बातों पर हर वक्त फायदे और नुकसान के बारे में सोचते हैं, हर वक्त चीजों को Calculate करके देखें, और थोड़ा सा घाटा होने पर Over React करते हैं तो ये गरीब सोच वाली मानसिकता है। और अगर हम ऐसा सोचते हैं तो एक न एक दिन गरीबी हमें जरूर घेरेगी। मतलब कि हमारा भविष्य अंधकार में है। लेकिन दूसरी ओर

अमीर मानसिकता का मतलब बिल्कुल इसका उल्टा, हम खुले मिजाज के बनें, हर छोटी छोटी से बातों पर घाटे और फायदे के बारे में न सोचकर दूर दृष्टि रखें तो ये अमीर सोच की मानसिकता कहलाएगी।

आज आप क्या हैं उससे कोई फर्क नहीं पड़ता आप कैसे सोचते हैं और क्या बनना चाहते हैं इससे बहोत फर्क पड़ता है। एक छोटी से Situation से समझने की कोशिस करते हैं।

अगर एक गरीब व्यक्ति अपने परिवार के लिए कुछ 27 रुपये का सामान लिया और 50 कि नोट देखकर ये Calculate नहीं करता कि कितना बचा तो वह अमीर मानसिकता का है और अगर कोई अमीर व्यक्ति 1923 रूपये का सामान लेकर 2000 का नोट देकर तुरंत लगता है Calculate करने तो वह गरीब मानसिकता का है, ये मानसिकता ही हमें मंजिल तक ले जाती है।
यहां बात गणित में तेज या कमजोर होने की नहीं है बल्कि Calculate करने की आदत का है।
ये छोटी छोटी बातें हमें बताती हैं कि हम किस ओर जा रहे हैं,
कुछ लोगों को इस बात का बहोत Tension होता है
"मेरी गाड़ी 7 साल पुरानी हो गई है और इतना जल्दी बहोत कम Average देने लगी।"

चेक कीजिये साहब 7 साल "इतनी जल्दी" वाले Catagory में नहीं आती।

यहां बात केवल गरीब और अमीर की नहीं हो रही है ये तो एक आधार है समझाने के लिए है कुछ ऐसे ही हम सब जीवन के सभी क्षेत्र में करते हैं।
कुछ भी करने के लिए 80% तो केवल मानसिकता को बनाने में और बनाये रखने में ऊर्जा खत्म होती है बाकी तो 20% केवल काम करना होता है।

हो सकता है ये बात थोड़ी अजीब लगे लेकिन कुछ महान करने के लिए अजीब आदतों का होना भी बहोत जरूरी है साहब।