हमारे जीवन में ऐसी हजारों एक्टिविटी होती है जिसका हमें आभास ही नहीं रहता कि हम क्या कर रहे हैं, या हमारे साथ क्या हो रहा है,
जैसे:-
▪ हम खाना खाते हैं तो टीवी के सामने बैठ जाते हैं, उस समय हम ना ही अपने खाने के सही टेस्ट को महसूस कर पाते हैं न ही टीवी पर आ रहे प्रोग्राम को।
हम उस टाइम पर बिल्कुल अनकॉन्सियस हो जाते हैं।
▪ जब हम नहाते हैं तो उस पानी के बून्द को feel नहीं करते जो हमारे शरीर को स्पर्श कर रही होती है, बल्कि हम किसी दूसरे विचार में डूबे रहते हैं।
▪ जब हम मन्दिर जाते हैं तोअपने काम के बारे में सोचते हैं, और जब काम पर होते हैं तो भगवान के बारे में सोचते हैं।
हमें ये सोचने की जरूरत है,
थोड़ा गौर से देखने की जरूरत है की ,
जब हम अपने जॉब या बिज़नेस में होते हैं तब कितनी फीलिंग के साथ अपने काम को कर रहे होते हैं।
हम इस काम को क्यों कर रहे हैं ?????
●क्या इसलिए की बॉस ने बोला है?
●क्या इसलिए की हमारी मजबूरी है?
●क्या इसलिए की और कोई रास्ता नही है?
या इसलिए कि इस काम को करने में मजा आता है और आपका Personal , Professional, Financial , और Physical Growth हो रहा है।
अपने काम को,
अपने कॉन्सियसनेस को,
अपने लाइफ को
Right sir
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