Tuesday, April 16, 2019

Students Problem> "Students have no more focus on living the life".

What is the mean of living the life ?
जीवन को जीना किसे कहते हैं?
                                    
◆ क्या है जीवन? 
◆ जीते कैसे हैं? 
These are two different things..

हम हमेशा यह सुनते आए हैं कि जीवन में बहोत उथल - पुथल है, हार और जीत ही जीवन है लेकिन क्या सच में ऐसा है?
अच्छा हो जाना या कुछ बुरा हो जाना Both are part of life, हम सब इस बात को मानते भी हैं लेकिन जब परिस्थिति बदलती है तो हम परेशान हो जाते हैं, कभी-कभी संभल जाते हैं तो कभी बिल्कुल टूट जाते हैं, इसका Reason कहीं न कहीं हमारा Association है,
हम Life को Real में समझ नहीं पाए हैं।

हम एक Social Person हैं। हमारी Life बहोत सी चीजों से मिलकर बनी है, Drive हो रही है लेकिन Student Life Period में हमें Proper इन चीजों की जानकारी नहीं होती है,
Dear Studets आइये उन चीजों को समझने की कोशिश करते हैं जिससे हमारी लाइफ Drive हो रही है।

◆ Our Health (हमारा स्वस्थ)
◆ Our Family (हमारा परिवार)
◆ Our Teachers (हमारे गुरु)
◆ Our Society (हमारा समाज)
◆ Our Culture (हमारी संस्कृति)


Let's try to see your self and analyse on above given points.
Where I Am?
See yourself and calculate!
How many percentage you are contributing to build on
HEALTH, 
FAMILY, 
TEACHER, 
SOCIETY & 
CULTURE

If you take an examination than how many marks you will give yourself?
"एक महान Writer ने कहा है कि जीवन जीना एक कला है, कला ही नहीं तपस्या है"

Let's Analyse the points:-
OUR HEALTH :-

                                      
                      
आज के Life Style के According, Students Health को बहोत ही lightly ले रहे हैं, इस बात का कोई care नहीं है कि आज जो कुछ भी हम खा रहे हैं उससे हमारे Health में आने वाले कुछ वर्षों में क्या होने वाला है, ना Proper Diet की जानकारी है ना ही Proper Exercise करने का Time, आज Students Social Media पर इतना Active हैं कि देर रात तक जागना और सुबह देर तक सोना यह एक Fashion हो गया है या यूं बोले तो Youth Life Style हो गई है।
                            

(मैं एक चीज को Personaly Indicate करना चाहूंगा की आज-कल खाने में बहोत हॉट चीज के साथ Cold Drink पीने का Fashion चला है जो की Really में Health के लिए बहोत ही घातक है।Dear Students please सtop these style of eating.)

FAMILY :-  अपने आज तक के Life के Base पर और कुछ लोंगो के Life को analyse करने पर ये समझ आया की हमारी Family को छोड़कर लगभग हर जगह हमारा Use होता है, बिना किसी फायदा का हमें कोई जगह नहीं देता। वह Job हो Business हो या Friends हों, हमारे Life में जो स्थान Family का है उसके बराबर में कोई Relation नहीं है।
जरा गहराई से सोचें तो हमारे Parent's हमें एक अच्छी Life देने के लिए सब कुछ गवाने को तैयार हैं, वो अपना घर, अपनी जमीन, अपने सपने, सब कुछ छोड़कर, भुलाकर हमेशा इस बारे में सोचते हैं कि मेरे बच्चे को कोई तकलीफ ना हो, जितना हो सकता है वो कोशिश करते हैं।और हम हमेशा कमियां निकलते हैं।
बोलते हैं:-
अच्छे जगह Admission नहीं दिलाया,
हमें महंगे कपड़े नहीं दिलाये,
कैसे पापा हैं एक Cycle नहीं दिला सकते,
एक Bike नहीं दिला सकते,
एक Laptop नहीं दिला सकते,

हम कितने गंदे तरीके से उन्हें बोल देते हैं। मां को कैसे धुत्कार देते हैं, जो हमारे खुशी  के लिए आने सारे सपने भूला दी हैं, अपने से आगे हमें रखती हैं।
उस भाई को कितने गंदे से बोल देते हैं जो हमारे लिए पूरे दुनियां से दुश्मनी लेने को तैयार हो जाता है, बिना कुछ सोचे हमारे लिए अपने आप को चोट पहुचा लेता है , सबसे लड़ जाता है।
उस बहन से अच्छे से बात भी नहीं करते जो हमें हमेशा अपने बच्चे की तरह प्यार दुलारी करती है, हमारे एक एक चीज को ध्यान में रखती है, हमारी गलतियों को छुपाती है, हमें गलत करने से हमेशा रोकती है और कभी-कभी हमें बचाने के लिए अपने आप को सजा दिलाती है, और हम उससे सीधे मुँह बात तक नहीं करते।

अगर खुद से पूछने तो कहाँ हैं हम??
हम अपने Family को कुछ खुशियां देने में-अरे खुशियां देना तो दूर हम Students ठीक से पढ़ाई नहीं कर रहे हैं ना खुद के लिए न उनके लिए, अगर हम कुछ किताबें नहीं पढ़ पा रहे हैं अपनी family को खुश करने के लिए कितने गिरे हुए हैं हम! अपनी Life  को बेरंग किये हुए हैं हम।
                            
                                     
Our Teacher:- 
                              Dear Students इस दुनिया में केवल 2 लोग हैं जो हमें अपने से ज्यादा Success देखना चाहते हैं वो हैं हमारे Parents & Teacher  लेकिन एक ही Person ऐसा है जो हमें Real में आगे बढ़ने के लिए हर संभव प्रयास करता है। और वो है हमारे Teacher,
हो सकता है हमें वो पसंद न आये, हो सकता है कि उसका तरीका हमें पसंद न आये। लेकिन ये More Than 100% सच है कि हमारे Teacher हमेशा हमें आगे बढ़ाना चाहते हैं लेकिन दुर्भाग्य है कि आज Teacher को एक Employee से ज्यादा कुछ नहीं समझा जा रहा है, आज Teacher बच्चों को घर तक जाकर पढ़ने को तैयार हैं कि शायद इससे बच्चों को पढ़ाई के लिए ज़्यादा समय मिल सके, लेकिन इसका मतलब कुछ और निकाल लिया गया है, बच्चे अपने Teacher को वो Respect नहीं दे रहे हैं जितना उनको मिलनी चाहिए। जितना कि वो Deserve करते हैं।
आज सबके Mind में एक Questions है कि अगर हमारे Teacher में सच में Quality है तो वो खुद क्यों नहीं Doctor, Engineer, IAS बन गए?
कुछ बच्चे सोचते हैं कि मेरे  Father के पास बहोत पैसे हैं इसीलिए वो Teacher को घर बुला लेते हैं और हमारे Teacher केवल पैसे के वजह से घर पर आते हैं।

जरा सोचिये भगवान राम अपने गुरु के आश्रम में जाकर पढ़ाई करते थे। गुरु खुद राजा नहीं थे लेकिन वो भगवान को एक कुशल राजा बनाने की शिक्षा देते थे, क्या भगवान राम के पिता जी के पास पैसे नहीं थे की वो Teacher को घर बुला लें, लेकिन उन्होंने भगवान राम को भी शिक्षा के लिए गुरु के पास भेजा और भगवान को भी एक गुरु की जरूरत थी लेकिन आज हम इतने Smart हो गए हैं की शायद Google के आगे किसी को कुछ समझ ही नहीं रहे हैं।
                       

जो हमें Direction दे रहा है, जो हमारा गुरु है आज हम उसे कुछ नहीं समझ रहे हैं, जो हमारे लिए अपने Life को दांव पर लगा दिया है, जो दिन रात हमारे Grouth के बारे में सोचता है उसे हम नजर नदाज करके चले जाते हैं, उसे इज्जत देकर अच्छे से Namaste भी नहीं करते और कभी कभी तो इतने गिर जाते हैं कि अपने Teacher की कमियां निकलते हैं, उससे जबान लड़ाते हैं और मन में सोचते हैं कि "क्या आता है इसे! बेकार है ये"
Friends एक बात याद रखनी चाहिए हमें की जब जब हम अपने गुरु का, अपने Teacher का अपमान करेंगे, Insult करेंगे, उसके ऊपर सवाल लगाएंगे तब तब हम अपने Life में नीचे गिरेंगे।
आइये आज कसम लें "हमारे गुरु जो भी हैं-जैसे भी हैं-इस दुनिया में सबसे पहले वो हैं, हम अपने जीवन में आज तक जिससे भी कुछ भी सीखें हैं, जैसे भी सीखें हैं हमेशा उन्हें अपना Teacher के जैसा ही सम्मान देंगे, हमेशा उनका आदर करेंगे, हमेशा सीर झुकाकर उनको प्रणाम करेंगे और अपनी गलतियों के लिए मन ही मन हम उनसे छमा मांगते हैं।


To be continue for next point 
SOCIETY & CULTURE.......

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