हम अपने life में कुछ ज्यादा ही Artificial Activity में Involve हो गए हैं।
क्या आपको नहीं लगता?
जब किसी बच्चे का जन्म दिन पड़ता है तो उसे इस बात का इन्तेजार होता है कि आज अधिक से अधिक लोग उसे Wish करें, हो सकता है कि बच्चा किसी बात से नाराज हो फिर भी वो इस इन्तेजार में होता है कि ज्यादा से ज्यादा लोग उसे Whatsapp, Facebook जैसे Social Sites पर Wish करें, और ये केवल बच्चों की नहीं है बल्कि बड़े लोंगो की भी स्थिति यही है।
कुछ लोग तो इस बात से नाराज हो जाते हैं कि आज मेरे दोस्त ने, मेरे Relative नें मुझे Good Morning Wish नहीं किया, कुछ लोग इस बात से डरे रहते हैं कि अगर मैं आज अपने दोस्त को Wish नहीं किया तो वो नाराज हो जाएगा भले ही वो खुद किसी बात से बेहद उदास क्यों ना हों।
जब भी आपको किसी रिश्ते को निभाने के लिए अपने Mind का इस्तेमाल करना पड़े, सोच कर कोई Planing करना पड़े तो समझ लेना कि वो रिस्ता गहरा नहीं
क्योंकि रिश्ते दिल से जुड़ते हैं दिमाक से नहीं।
क्या आपको नहीं लगता?
जब किसी बच्चे का जन्म दिन पड़ता है तो उसे इस बात का इन्तेजार होता है कि आज अधिक से अधिक लोग उसे Wish करें, हो सकता है कि बच्चा किसी बात से नाराज हो फिर भी वो इस इन्तेजार में होता है कि ज्यादा से ज्यादा लोग उसे Whatsapp, Facebook जैसे Social Sites पर Wish करें, और ये केवल बच्चों की नहीं है बल्कि बड़े लोंगो की भी स्थिति यही है।
कुछ लोग तो इस बात से नाराज हो जाते हैं कि आज मेरे दोस्त ने, मेरे Relative नें मुझे Good Morning Wish नहीं किया, कुछ लोग इस बात से डरे रहते हैं कि अगर मैं आज अपने दोस्त को Wish नहीं किया तो वो नाराज हो जाएगा भले ही वो खुद किसी बात से बेहद उदास क्यों ना हों।
जब भी आपको किसी रिश्ते को निभाने के लिए अपने Mind का इस्तेमाल करना पड़े, सोच कर कोई Planing करना पड़े तो समझ लेना कि वो रिस्ता गहरा नहीं
क्योंकि रिश्ते दिल से जुड़ते हैं दिमाक से नहीं।
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I am truly satisfied with your lines sir .....
ReplyDeleteThank you so much brijendra.
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