Saturday, October 26, 2019

अपने अंदर एक दीप जलाएँ।





आज के दीवाली में क्या कुछ नया करने वाले हैं आप लोग, शायद सब कुछ वही तो नहीं जो पिछले साल किया था।

क्यों ना आज एक दीप अपने अंदर भी जलायें, दोस्त हम सब जितना खुद को समझते हैं उतना कोई नहीं समझता, जितना खुद को जानते हैं उतना कोई नहीं जानता।

                  एक बात 100% सच है कि हम जाने या अंजाने में किसी ना किसी को कभी ना कभी दुःखी तो किये ही होंगे, तो आइए आज उनसे सच्चे दिल से माफी माँगे, अगर बात करके माफी माँग सकें तो बहोत अच्छा है लेकिन शायद ये करना कठीन होगा। आइये अपनी आंखें बंद करके जिसे कभी दुःखी किये हैं उसे याद करें और मन ही मन उनसे माफी मांगे।
Believe कीजिये मन बहोत हल्का हो जाएगा, आँसू भी गिरे तो गिरने दीजियेगा, हो सकता है दिन भर थोड़ा थोड़ा आंसू गिरे तो गिरने दीजियेगा, करके देखिए! अंदर एक दीप जरूर जलेगा।
 "और जिन लोंगो ने हमारी सहायता की है उन्हें भी मन ही मन धन्यवाद दीजिये।"

आइये मिलकर दीपावली मनाएं
अपने अंदर एक दीप जलाएँ।





2 comments:

  1. Ghr me deep jalane ke sath sath apne andar bhi deep jalana is new way to celebrate this festival of light.. very great innovation sir..👌👌😊

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